भरभरा कर गिरा पुराना पक्का मकान, बाल-बाल बचा परिवार

उसी कमरा में सोनी बना रही थी खाना

पानी को लेकर घर से बाहर निकली की मकान हुआ धराशाई।

रिपोर्ट/ मंटू कुमार पांडेय 

गोह(औरंगाबाद) पिछले दिनों से लगातार हर रोज हो रही क्षेत्र में बारिश के चलते कच्चे मकानों के गिरने का सिलसिला जारी है। रविवार की शाम बंदेया थानाक्षेत्र के रूकुंदी गांव में एक पुरानी पक्का का मकान उस समय गिरा जब परिवार के सदस्य खाना बना रहे थे। गनीमत यह रही कि जैसे ही खाना बनाते हुए पानी को लेकर बाहर निकला तो मकान धारासाई हो गया।जिससे पूरा परिवार बाल बाल बच गए।दरअसल रुकुंदी गांव निवासी सोहराई दास अपनी पत्नी तेतरी देवी पुत्र रविरंजन राम,पुत्र बधू सोभा देवी,के साथ घर के आंगन में बैठे हुए थे।पुत्री सोनी कुमारी अपना दो वर्षीय पुत्र सुसांत कुमार को गोद में लेकर एक कमरा में खाना बना रही थी।इस दौरान पानी लाने को लेकर जैसे ही सोनी घर से आंगन में गई तो तेज धमाके के आवाज के साथ एक साथ दो कमरा भर भरा कर धराशाई हो गया।जिससे सोनी एवम उसका पुत्र बाल बाल बच गया, पीड़ित मकान मालिक ने बताया कि अगर आंगन के तरफ मकान गिरता तो पूरा परिवार दब जाते,लेकिन भगवान ने पूरा परिवार को बाल बाल बचा लिया।मकान गिरने से उनके घर में रखा गल्ला, बरतन,कपड़ा समेत गृहस्थी का सामान भी दब गया है। पीड़ित ने जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है ।

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